levels of anointing in hindi

Levels Of Anointing In Hindi अभिषेक के स्तर हिंदी में

जय मसीह की प्रियो ,

प्रियो आज हम जिस विषय में जानेगे वो  levels of anointing  है । मैंने पहले भी अभिषेक क्या उसके बारे में बताया है तो हम सीदे levels of anointing  के बारे में जानेगे । अगर आपने अभिषेक क्या है नहीं पढ़ा तो पढ़ने के लिए यंहा क्लिक करे  abhishek kya hai 

3 Levels Of Anointing

बाइबिल , पवित्र आत्मा के तीन अभिषेकों  को दर्शाता है । उनका ज्ञान एक मसीह के रूप में आपकी संभावनाओं को सकेंद्रित करने में सहायक होगा ।

The Anointing For Salvation  ( कोढ़ी का अभिषेक )

प्रथम है कोढ़ी का अभिषेक लैव्यवस्था 14 सिखाता है, की कोढ़ी छावनी से बहार रहता था । याजक को बहार जाकर बलिदान का लहू उसपर लगाना होता था । तब उसे छावनी में लाकर , पुनः  लहू लगाना और फिर तेल लगाना , ” उसके लिए यहोवा के आगे प्रायश्चित करना  ” होता था ।

नया जन्म प्राप्त प्रत्येक विश्वासी ने कोढ़ी के अभिषेक का अनुभव किया है , जो उद्धार से सबंदित है । कोढ़ इस मामले में एक प्रकार का पाप है , स्वाभाविक संसार में असाध्य है , पर परमेश्वर द्वारा उपचार योगय है । पाप भी ऐसा ही है , मनुष्य इस व  इसके प्रभावों को दूर करने के लिए कुछ नहीं कर सकता ।

पुराने नियम के औपचारिक शुद्धिकरण में , बलि किये हुवे पशु का लहू लगाया जाता था । नए नियम में ,hum पाते है की पाप का एकमात्र उपचार – तब और आज , यीशु मसीह का लहू है । लैव्यवस्था के पशु बलिदान , परमेश्वर के मेमने  के सिद्ध बलिदान की और मात्र एक संकेत थे । वे एक छाया थे , यीशु एक वास्तिकता था ।

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यूहन्ना 1:29 में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले यीशु को आते देख के घोषणा करता है , ” देखो ! परमेश्वर का मेमना जो जगत का पाप उठा ले जाता है । ” उनके लिए , जिन्होने उसे जान लिया , यीशु परमेश्वर का वही मेमना था । यीशु एक मात्र बलिदान था , जो संसार के पापों ला प्रायश्चित कर सकता ।

लैव्यवस्था के औपचारिक शुद्धिकरण में , लहू लगाया जाता था , फिर तेल । बलिदान के लहू का लगाया जाना , सांकेतिक है – मसीह के लहू का , जबकि तेल का लाया जाना सांकेतिक है – एक जीवन पर पवित्र आत्मा के स्पर्श व प्रभाव का ।

जिस प्रकार यीशु मसीह का लहू बह कर  सब तक पहुँचता है , जो उसके नाम को पुकारते है , ऐसे ही कोढ़ी का अभिषेक सारी राष्ट्रीय व सांप्रदायिक बाधों को तोड़ देता है । क्योँकि जब कोई यीशु मसीह के अनुग्रह का अनुभव करता है , पवित्र आत्मा ही है जो उसे पाप के लिए दोषी ठहरता है  और उसे परमेश्वर की  shkama  के लिए आश्वासन देता है । 

अतः इस प्रकार , उध्दार  के समय आप प्रथम अभिषेक –  कोढ़ी के अभिषेक का अनुभव करते है – जो अभिषेक के तेल द्वारा , जो आप पर उंडेला गया , लहू की समर्थ को प्रगट करता है ।

The Priestly Anointing for Ministry   ( याजक  का अभिषेक  )

मसीह के बहुमूल्य लहू द्वारा शुद्ध किये गये, नया जन्म पाये हुए व आत्मा द्वारा छाप लगाये गये, एक विश्वासी के रुप में आप दूसरे अभिषेक की ओर बढ़ सकते हैं और बढ़ना चाहिये, वह है – ‘याजक का अभिषेक’ एक बड़ी संख्या में विश्वासियों को, उनके जीवन में पवित्र आत्मा के कार्य के इस स्तर का कोई ज्ञान नहीं है, और निश्चय ही उन्हें कोई बोध नहीं है कि इसे कैसे प्राप्त करें। यदि आप उनमें से हैं, जिन्हें इस आशीष का कुछ भी पता नहीं है, पढ़ते जायें और आप परमेश्वर की अतिरिक्त सामर्थ के अभिषेक को खोज लेगें व उसमें प्रवेश कर पाएंगे।

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इस कदम के महत्व पर मैं ज़ोर डालूँगा, क्योंकि मसीह की देह के प्रत्येक अंग के पास एक सेवकाई होनी चाहिये। यह अभिषेक है प्रभु की सेवकाई करने के लिये, जिसमें आत्माओं को प्रभु के पास लाना शमिल है। इसमें शैतान व रोगों से युद्ध करने के द्वारा उसकी सेवा करना शामिल नहीं, अपितु याजकों की भाँति उसकी सेवकाई करना है। क्योंकि हम सब परमेश्वर के याजक हैं। यद्यपि आवश्यक नहीं कि हम सब पुलपिट के पीछे खड़े होने अथवा सुसमाचार प्रचार और चंगाई सभाएं करने के लिये नियुक्त किये गये हों।

इस कारण से, यदि हम, परमेश्वर के सेवक हैं हमारे पास सेवा करने के लिये आत्मा की सामर्थ होनी चाहिये। इसका अर्थ है हमें पवित्र आत्मा का बपतिस्मा लेने की आवश्यकता है, जो हमारे ऊपर पवित्र आत्मा का याजक वाला अभिषेक है। इसके बिना, हम बहुत द्वारा प्रमाणित होता है, जैसे परमेश्वर के राज्य में जीवना बहुत बार इस अभिषेक के साथ ही – और यह महत्वपूर्ण है, याजकवाला अभिषेक, मसीह की देह में एकता स्वनिर्धारित वाहकों से मेरी मुठभेड़ हुई है, जो अकेले भेड़िये हैं। वे सोचते हैं कि ‘उनकी”” बुलाहट व “उनकी” सेवकाई इतनी श्रेष्ठ है, कि वे मसीह की देह की उपेक्षा कर देते हैं।

वे जब वास्तविक याजक वाले अभिषेक का अनुभव होता है, एकता व समन्वय होता है। स्मरण कीजिये भजन संहिता १३३: “देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें। यह तो उस उत्तम तेल के समान है, जो हारुण के सिर पर डाला गया था, और उसकी दाढ़ी पर बहकर उसके वस्त्र की छोर तक पहुंच गया।”

व्यक्तिगत याजकवाला अभिषेक कोई वस्तु नहीं होती; वह एकत्व में, एकता में आता है जब कलीसिया, एक देह की भाँति कार्य करती है।

प्रेरितों के काम की पुस्तक में, पिन्तेकुस्त के दिन १२० लोग एक साथ थे – एक मन होकर ऊपरवाले कमरे में, और पवित्र आत्मा उन पर आया, आग और सामर्थ के साथा वे उस कमरे से बाहर गये और प्रभु की सेवा की, वहाँ जमा हु भीड़ के सामने साक्षी दी। तीन हज़ार बचाये गये। क्या अभिषेक है! स्पष्ट रुप से परमेश्वर वहाँ उपस्थित था।

याजक वाला यह अभिषेक, एक ही बार का अभिषेक नहीं है, जैसा कि कोढी का अभिषेक है। पुरानी वाचा के अन्तर्गत याजको का, प्रतिदिन तेल से अभिषेक होता था। यही बात आपके साथ भी है नई वाचा के अन्तर्गत। आप को दैनिक अभिषेक चाहिये।

याजक वाला अभिषेक पवित्र आत्मा की उपस्थिति, उसकी सहभागिता व उसकी संगति को लाता है। प्रकाशन का ज्ञान आता है, क्योंकि कोढ़ी वाले अभिषेक में हमारा परमेश्वर के साथ बड़े अदभुत व असाधारण तरीके से परिचय होता है और हम अपने लिये यीशु मसीह की पूर्ण आवश्यकता को देख पाते हैं। परन्तु वास्तव में हम बहुत कुछ नहीं समझते।

बड़ी दुखद बात है कि कई मसीही अपनी पसन्द से ही कोढ़ी वाले अभिषेक के स्तर पर ही रहते हैं। वे और की खोज नहीं करते। वे अपना समर्पण नहीं करते। उनके कान संवेदनारहित हैं, वे परमेश्वर की आवाज नहीं सुनते।

“मेरी भेड़े मेरा शब्द यीशु ने कहा, ‘ और बाइबल हमें बड़ी स्पष्ट रीति से बताती सुनतीं हैं।” यदि आप सच में उसकी भेड़ों में से एक हैं, और याजक वाला अभिषेक पाये हुए हैं, आप उसकी उपस्थिति को जानेंगे और परमेश्वर की कोमल आवाज को नियमित रुप से सुनेंगे। यद्यपि यह एक बार का ही अनुभव नहीं है, यह बार – बार नया करना पड़ता है।

कभी – कभी परमेश्वर अविश्वसनीय सत्य आपके लिये प्रगट करेगा और कभी वह केवल आपको यह महसूस करने देगा कि वह आपसे कितना प्रेम करता है। सम्भवतः वह किसी विषय पर आपको सुधारे अथवा सिखाये। शायद जब आप उसका वचन पढ़ रहे हैं, तो पवित्र शास्त्र का कोई विशेष अंश वह आपके लिये स्पष्ट रीति से दर्शाये।

यद्यपि, आप बहुत कम या कभी भी एक श्रव्य आवाज को न सुनें, उसके पास बहुत से उपाय हैं आपसे बात करने के। परमेश्वर का नियमित वार्तालाप इस पर निर्भर नहीं करता, कि वह कितनी ज़ोर से बोलता है, परन्तु इस पर कि आप कितनी अच्छी तरह सुनते हैं। “जिसके सुनने के कान हों, वह सुन ले!” मत्ती ११:१५ कहता है। आपको हर दिन कुछ समय निकालना चाहिये कि प्रभु के सामने शाँत रहें, ताकि उसकी शाँत धीमी आवाज़ सुनी जा सके। जब आप बाइबल को पढ़ते हैं, पवित्र आत्मा के साथ संगति करते हैं तथा सुनते हैं, आप उस दैनिक ताज़गी का अनुभव करेंगे, जो आपके हृदय को स्वामी के प्रति प्रेम से प्रज्जवलित रखेगी।

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कोढ़ी वाला अभिषेक (उद्धार) एक बार का अनुभव है तथा खो नहीं सकता, जब तक कि आप स्वेच्छा से उससे दूर न चले जायें। परमेश्वर आपको कभी नहीं छोड़ेगा, जब तक आप उसे न छोड़ें। इसके लिये एक निर्णय चाहिये कि बचने के बजाय आप नष्ट होना चाहेंगे।

याजक वाला अभिषेक (उपस्थिति) दूसरे हाथ पर, खोया जा सकता है, क्योंकि जब पाप आपके हृदय में आता है वह चला जाता है। इसी कारण से उसे प्रतिदिन नया करना पड़ता है। वह आपको परमेश्वर की उपस्थिति में लाता है – इतना निकट, इतना वास्तविक कि आँसू आपके गालों पर से बह निकलेंगे।

The Kingly Anointing for Dominion ( राजा का अभिषेक  )

एक बार आपने कोढ़ी वाले अभिषेक का अनुभव किया और याजक वाले अभिषेक तक भी चले गये, वहीं पर रुक न जायें। ये महत्वपूर्ण व अदभुत हैं, पर और भी अधिक सम्भव है।

राजसी अभिषेक के साथ किसी भी बात की तुलना नहीं हो सकती क्योंकि यह सबसे शक्तिशाली है। यह एक व्यक्ति को परमेश्वर में बड़े ऊँचे अधिकार के स्थान पर उठा देता है। उसे शैतानों पर अधिकार, दुष्टात्माओं को एक शब्द से निकालने की सामर्थ प्रदान करता है। केवल यही आपको परमेश्वर के शत्रुओं को खदेड़ने की शक्ति देगा जैसा पौलुस प्रेरित ने किया।

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राजसी अभिषेक प्राप्त करना सबसे कठिन है । जबकि कोढ़ी वाला अभिषेक  ‘ यीशु को को ग्रहण करने ‘ से आता है  तथा  याजक वाला अभिषेक ‘ यीशु के साथ सहभागिता ‘ रखने से आता है , राजसी अभिषेक ‘ यीशु के आज्ञाकारी  होने ‘ से आता है ।

यह तब होता है जब आप ‘ रेमा  ‘ प्रभु का वचन सुनते है जो उसी समय के लिए बोलै गया है – जो कहता है , ‘ प्रभु यों कहता है ‘ – तब आप राजसी अभिषेक प्राप्त करते है । आप देखे , ‘ लोगोस  ‘ अथवा लिखित वचन है – बाइबिल पर यह आपको अभिषेक नहीं देता , यद्यिप लोगोस बहुत महत्त्व पूर्ण है , आकाश में स्थिर है और सदाकाल तक सत्य है ।

Note : यह आर्टिकल पास्टर बेन्नी हिन्न की किताब ‘ the anointing  ‘ का हिन्दी अनुवाद ‘ अभिषेक ‘ किताब से लिया गया है।

प्रियो आपको Levels Of Anointing  के बारे में जानके कैसा लगा Comment करके जरूर बताये ।

RAHUL GAMIT

My name is rahul gamit and I am a believer and I am a lover of jesus christ. I am the founder of rhema vachan.

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