जय मसीह की
आज हम सुरक्षा से संबंधित वचन को देंखेगे। मैंने पहले भी सुरक्षा से संबंधित आर्टिकल लिखा है वो देखने के लिए क्लिक click kare
इसलिये तुम मेरी विधियों को मानना, और मेरे नियमों पर समझ बूझकर चलना; क्योंकि ऐसा करने से तुम उस देश में निडर बसे रहोगे। (लैव्यवस्था 25:18)
फिर उसने बिन्यामीन के विषय में कहा, यहोवा का वह प्रिय जन, उसके पास निडर वास करेगा; और वह दिन भर उस पर छाया करेगा, और वह उसके कन्धों के बीच रहा करता है॥ (व्यवस्थाविवरण 33:12)
तो अब प्रसन्न होकर अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दे, कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे; क्योंकि, हे प्रभु यहोवा, तू ने ऐसा ही कहा है, और तेरे दास का घराना तुझ से आशीष पाकर सदैव धन्य रहे। (2 शमूएल 7:29)
तब दाऊद ने दमिश्क में अराम के सिपाहियों की चौकियां बैठाईं; इस प्रकार अरामी दाऊद के आधीन हो कर भेंट ले आने लगे। और जहाॅं जहाॅं दाऊद जाता था वहाॅं वहाॅं यहोवा उसको जयवन्त करता था। (2 शमूएल 8:6)
और जहाॅं कहीं तू आया और गया, वहाॅं मैं तेरे संग रहा, और तेरे सब शत्रुओं को तेरे सामने से नष्ट किया है। अब मैं तेरे नाम को पृथ्वी के बड़े बड़े लोगों के नामों के समान बड़ा कर दूॅंगा। (1 इतिहास 17:8)
क्योंकि राजा का भरोसा यहोवा के ऊपर है; और परमप्रधान की करूणा से वह कभी नहीं टलने का॥ तेरा हाथ तेरे सब शत्रुओं को ढूॅंढ़ निकालेगा, तेरा दहिना हाथ तेरे सब बैरियों का पता लगा लेगा।तू अपने मुख के सम्मुख उन्हें जलते हुए भट्टे की नाईं जलाएगा। यहोवा अपने क्रोध में उन्हें निगल जाएगा, और आग उन को भस्म कर डालेगी। (भजन संहिता 21:7-9)
परन्तु राजा परमेश्वर के कारण आनन्दित होगा; जो कोई ईश्वर की शपथ खाए, वह बड़ाई करने पाएगा; परन्तु झूठ बोलने वालों का मुॅंह बन्द किया जाएगा॥ (भजन संहिता 63:11)
वहाॅं मैं दाऊद का एक सींग उगाऊॅंगा; मैं ने अपने अभिषिक्त के लिये एक दीपक तैयार कर रखा है।
मैं उसके शत्रुओं को तो लज्जा का वस्त्र पहिनाऊॅंगा, परन्तु उस के सिर पर उसका मुकुट शोभायमान रहेगा॥ (भजन संहिता 132:17-18)
तू राजाओं का उद्धार करता है, और अपने दास दाऊद को तलवार की मार से बचाता है। (भजन संहिता 144:10)
अनादि परमेश्वर तेरा गृहधाम है, और नीचे सनातन भुजाएॅं हैं। वह शत्रुओं को तेरे सामने से निकाल देता, और कहता है, उन को सत्यानाश कर दे॥ (व्यवस्थाविवरण 33:27)
मैं शान्ति से लेट जाऊॅंगा और सो जाऊॅंगा; क्योंकि, हे यहोवा, केवल तू ही मुझ को एकान्त में निश्चिन्त रहने देता है॥ (भजन संहिता 4:8)
मैं ने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है: इसलिये कि वह मेरे दाहिने हाथ रहता है मैं कभी न डगमगाऊॅंगा॥ (भजन संहिता 16:8)
यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उन को बचाता है। (भजन संहिता 34:7)
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक। (भजन संहिता 46:1)
हे यहोवा, तू मेरा शरण स्थान ठहरा है। तू ने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है,
इसलिये कोई विपत्ति तुझ पर न पड़ेगी, न कोई दु:ख तेरे डेरे के निकट आएगा॥ (भजन संहिता 91:9-10)
यदि घर को यहोवा न बनाए, तो उसके बनाने वालों को परिश्रम व्यर्थ होगा। यदि नगर की रक्षा यहोवा न करे, तो रखवाले का जागना व्यर्थ ही होगा। (भजन संहिता 127:1)
क्योंकि यहोवा तुझे सहारा दिया करेगा, और तेरे पाॅंव को फन्दे में फॅंसने न देगा। (नीतिवचन 3:26)
यहोवा के भय मानने से दृढ़ भरोसा होता है, और उसके पुत्रों को शरणस्थान मिलता है। (नीतिवचन 14:26)
यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है; धर्मी उस में भाग कर सब दुर्घटनाओं से बचता है। (नीतिवचन 18:10)
युद्ध के दिन के लिये घोड़ा तैयार तो होता है, परन्तु जय यहोवा ही से मिलती है॥ (नीतिवचन 21:31)
परमेश्वर का एक एक वचन ताया हुआ है; वह अपने शरणागतों की ढाल ठहरा है। (नीतिवचन 30:5)
इसी प्रकार से प्रभु यहोवा अपने दास भविष्यद्वक्ताओं पर अपना मर्म बिना प्रकट किए कुछ भी न करेगा। (आमोस 3:7)
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