yesu masih ke krus se bole gaye 7 vachan
जय मसीह की दोस्तों,
आज में आपको यीशु मसीह के क्रूस से बोले गए सात वचन के बारे में बताने वाला हूँ तो चलिए देखते है वो कोनसे वचन है
यीशु मसीह के अंतिम 7 वचन
1.” हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे है ?” (लूका 23:34)
2. “तब उसने यीशु कहा, हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मुझे स्मरण करना, और यीशु ने उससे कहा, मैं तुमसे सच कहता हूं कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा॥” (लूका 23:42-43)
3.” यीशु के क्रूस के पास उसकी माता और उसकी माता की बहिन, क्लोपास की पत्नी और मरियम मगदलीनी खड़ी थी। तो जब यीशु ने अपनी माता और उस चेले को जिस से वह प्रेम रखता था पास खड़े देखा तो अपनी माता से कहा, ” हे नारी, देख, तेरा पुत्र है;” तब उस चेले से कहा,” देख तेरी माता है;’ और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया॥ ” (यूहन्ना 19:25-27)
4. “दोपहर से लेकर तीसरे पहर तक उस सारे देश में अन्धेरा छाया रहा। तीसरे पहर के निकट यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, एली, एली, लमा शबक्तनी अर्थात हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (मत्ती 27:45-46)
5. “इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कहा, मैं प्यासा हूं। वहां एक सिरके से भरा हुआ बर्तन धरा था, सो उन्होंने सिरके में भिगोए हुए इस्पंज को जूफे पर रखकर उसके मुंह से लगाया।” (यूहन्ना 19:28-29)
6. “जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा पूरा हुआ और सिर झुकाकर प्राण त्याग दिए॥” (यूहन्ना 19:30)
7. “हे पिता, मैं अपना आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ। वह कहकर उसने प्राण त्याग दिया।” (लूका 23:46)
दोस्तों क्या आप पहले इस वचनो को जानते थे या नहीं comment करके जरूर बताये।
Thank you…….